मप्र के महिदपुर निवासी गिरधारीलाल यहां कुदायला गांव की एक पत्थर फैक्ट्री में मजदूरी करता है। फैक्ट्री परिसर में ही बने क्वार्टर में ही वह सपरिवार रहता है। गिरधारी ने बताया कि उसकी फैक्ट्री में ही सुल्तानपुर निवासी 24 वर्षीय दीपक भी काम करता था। 15 दिन पहले उसने काम छोड़ दिया और दूसरी जगह काम करने लगा। पुराना परिचय होने के कारण दीपक घर आता-जाता था। रविवार शाम वह घर आया। दीपक उसकी पुत्री मीनाक्षी (6) को दुकान से बिस्कुट दिलाने के बहाने बाजार ले गया। काफी देर तक पुत्री के नहीं लौटने पर उसकी तलाश शुरू हुई। आसपास के मकानों, दुकानों, चौराहे पर भी खोजा गया। काफी खोजबीन के बाद भी पुत्री का पता नहीं चला। दो घंटे बाद ही दीपक मोटरसाइकिल से आता दिखाई दिया। शक होने पर उसे पकड़ लिया गया। दीपक पर संदेह जारी करते हुए थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया गया। पिता गिरधारी का कहना है कि उसकी पुत्री की ज्यादती के बाद हत्या की गई।
सड़क के किनारे रेत में दबा मिला शव
मंगलवार दोपहर कुदायला-कुंभकोट रोड पर बनी टंकी के पास डाली गई रेती में कोई शव दबे होने की जानकारी मिली। वहां से तेज बदबू आ रही थी। शव के कुछ हिस्से को कुत्तों ने खींचकर रेती से बाहर निकाल दिया था। इस पर क्षेत्रवासी एकत्र हो गए। पुलिस भी सूचना पाकर मौके पर पहुंची। शव को अस्पताल लाया गया, जहां पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया।
बिलख पड़े परिजन
गिरधारी के तीन पुत्रियां और दो पुत्र हैं। बड़ी बेटी ममता गांव में रहती है। पुत्री सीमा, मीनाक्षी, पुत्र रामेश्वर और पुष्कर पिता के साथ ही रहते थे। मीनाक्षी की हत्या के बाद परिजन बिलख पड़े।
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