रूस और चीन ने कराया अमेरिका पर इतिहास का सबसे बड़ा साइबर हमला!
लिन ने कहा कि पेंटागन के अत्यधिक सुरक्षा वाले कंप्यूटरों में सेंध लगा कर हैकर ‘बेहद संवेदनशील व्यवस्थाओं के बारे में’ जानकारियां चुराने में सफल रहे। उन्होंने इसे अमेरिकी इतिहास का सबसे बड़ा हमला बताया।
पेंटागन की यह स्वीकारोक्ति ऐसे समय में आई है जब पेंटागन ने साइबर हमले रोकने के लिए नई साइबर नीति की घोषणा की है। अलबत्ता लिन ने माना कि हैकरों को शायद पेंटागन के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी क्योंकि यहां चुराने के लिए और भी ज्यादा महत्वपूर्ण जानकारी थी।
क्या हुआ चोरी सैटेलाइट्स के डिजाइन मानवरहित यान (यूएवी) के आधुनिकीकरण से जुड़ी जानकारी अत्याधुनिक सैन्य तकनीक चोरी से इन मामलों में बढ़ी चिंता संवेदनशील तंत्रों, वैमानिकी, निगरानी तकनीक, सेटेलाइट संचार व्यवस्था, रक्षा नेटवर्क की सुरक्षा, टैंकों, लड़ाकू विमानों, युद्ध पोतों, पनडुब्बियों के कलपुर्जे। क्या है नई रणनीति साइबर स्पेस को जल, थल और वायु की तरह ही देखा जाएगा। 21वीं सदी में बिट्स और बाइट्स उतने ही घातक हो सकते हैं जितने बम और गोला-बारूद यह भी हो चुका अमेरिकी युद्धपोत के कंप्यूटर सिस्टम से रक्षा उपकरणों, अमेरिकी मिसाइल ट्रैकिंग सिस्टम और ज्वाइंट स्ट्राइक फाइटर से जुड़ी संवेदशनशील जानकारियां चुराने की कोशिश । किस पर शक चीन, रूस अल-कायदा तथा उससे जुड़े आतंकी संगठन। |
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