तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
28 जुलाई 2011
इंसानियत , भाईचारा सद्भावना मेरे ब्लोगर भाइयों के दिलों तलाशी है
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में इंसानियत को ढूंढ़ रहा हूँ बरसों से इन मोटी मोटी किताबों में लेकिन कमबख्त इंसानियत भाईचारा सद्भावना तो मिलती ही नहीं .लेकिन हाँ मेने जब जब भी इंसानियत , भाईचारा सद्भावना मेरे ब्लोगर भाइयों के दिलों तलाशी है कसम खुदा की एक तलाशो हज़ार मिलते हैं की तर्ज़ पर जिस के भी दिल में झाँका थोक में इंसानियत , जज्बात ,भाईचारा सद्भावना मिली है इसलियें में गर्व से कहता हूँ के मेरे ब्लोगर भाई इंशा अल्लाह एक ना एक दिन अपनी लेखनी अपनी ताकत से इस देश इस समाज को सुधार ही देंगे ..आमीन ..........अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
बड़े भाइयों का प्यार व आर्शीवाद यूँ ही मिलता रहेगा तब जरुर सुधार दूँगा.
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