क्या बात है
क्या बात है
जीवन में कभी समझौता करना पड़े तो कोई गल नहीं, क्योंकि, झुकता वही है जिसमें जान होती है, अकड़ तो मुरदे की पहचान होती है।
‘ सफलता का मंत्रा ‘ 1- कभी टॉप न करो , वर्ना लोग तुमसे जलने लगेंगे। 2- हमेशा क्लास में लेट आओ , इस तरह हर टीचर तुम्हें याद रखेगा। 3- ज्यादा पढ़ने से टाइम वेस्ट होता है और टाइम वेस्ट करना गुनाह है। 4- कभी टेस्ट न दो क्योंकि बेइज्जती के दो नंबर से इज्जत का जीरो अच्छा है।
किनारे पर खड़ा जहाज सबसे सुरक्षित होता है। लेकिन क्या जहाज इसलिए बनाए जाते हैं। जीवन में चुनौतियां लेने की ताकत ही आपकी क्षमताओं को तय करती है।
आवेश कोई भावनात्मक ऊर्जा नहीं, बल्कि आत्मा और बाहरी दुनिया का टकराव है।- आंद्रेई तारकोव्स्की
ईश्वर को देखा नहीं जा सकता, इसीलिए तो वह हर जगह मौजूद है।- यासुनारी कावाबाता
लिखने का अर्थ है एक ऐसे स्वप्न का अनुसरण, जिसे निर्देशित किया गया हो।- होर्हे लुई बोर्हेस
संपूर्ण लेखन जैसी कोई चीज नहीं होती। ठीक वैसे ही जैसे संपूर्ण निराशा नहीं होती। - हारुकि मुराकामी
बदलाव से पूरी मुक्ति मतलब गलतियों से पूरी मुक्ति है, लेकिन यह तो अकेली सर्वज्ञता का विशेषाधिकार है। - सी सी काल्टन
जो दूसरों को जानता है, वह विद्वान है। जो स्वयं को जानता है वह ज्ञानी। -लाओत्से
चरित्र एक वृक्ष है, मान एक छाया। हम हमेशा छाया की सोचते हैं, लेकिन असलियत तो वृक्ष ही है। -अब्राहम लिंकन
अतिशय सुंदरता कभी-कभी हमें भयानक रूप से ठेस भी पहुंचा सकती है। -एदुआर्दो गैलियानो
जीवन में ऐसा काम करो कि परिवार, गुरु और परमात्मा तीनों तुमसे खुश रहें। - स्वामी ज्योतिनंद
जीवन में सबसे ज्यादा आनंद उसी काम को करने में है जिसके बारे में लोग कहते हैं कि तुम नहीं कर सकते हो।
एक टूटा हुआ दिल, टूटे हुए शीशे के समान होता है. इसको टूटा हुआ छोड़ देना ज्यादा बेहतर होता, क्योंकि दोनों को जोड़ने में खुद को ज्यादा दुख पहुंचता है।
कामयाब व्यक्ति की आधुनिक परिभाषा: जो पहली बीवी की वजह से कामयाबी हासिल करता है और कामयाबी की वजह से दूसरी बीवी।
संकल्प ही मनुष्य का बल है।
मंजिल तो मिल ही जायेगी भटक कर ही सही, गुमराह तो वो हैं जो घर से निकला ही नहीं करते |
जब हम किसी नई परियोजना पर विचार करते हैं तो बड़े गौर से उसका अध्ययन करते हैं - महज सतही तौर पर नहीं, बल्कि उसके हर एक पहलू का। - वाल्ट डिज्नी
हमारे कई सपने शुरू में असंभव लगते हैं, फिर असंभाव्य और फिर जब हमें संकल्पशक्ति आती है तो ये सपने अवश्यंभावी हो जाते हैं। - क्रिस्टोफर रीव
एक झूठ छिपाने के लिये दस झूठ बोलने पड़ते हैं।
waah! bhut aachi acchi baate batayi apne... jindgi ko phir ek baar bharpur jine ke liye taiyar ho gaye....
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