राजस्थान की अदालतें फिर से पटरी पर आ गयी है ..आज से राजस्थान हाईकोर्ट में अवकाश खत्म होने के बाद अदालते नियमित रूप से सुनवाई के लियें खुलेंगी ..जबकि जिला अदालतों का वक्त सुबह ७ बजे के स्थान पर १० बजे से अदालतें शुरू हो जायेंगी ....अदालतों में रिश्म्कलिन अवकाश और लू के थपेड़ों से बचाने के लियें समय का बदलाव होता है .लेकिन देखने में यह आता है के यहाँ सुबह की अदालतों में वकील और पक्षकार का सामंजस्य नहीं बेठ पाने से कोई खास काम नहीं हो पता है अब आज से नियमित अदालतों के खुलने और वक्त बदल जाने से अदालतें फिर से पटरी पर आ जायेंगी ......................अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
28 जून 2011
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पटरी पर तो आ जाएंगी। पर प्लेटफॉर्म पर जो सवारियाँ हैं वे तो छत पर बैठ जाने पर भी समा नहीं सकतीं अकेले कोटा में 40 में से 13 ट्रेनें कैंसल हैं, उन में गार्ड है लेकिन ड्राइवर नहीं।
जवाब देंहटाएंभाई द्विववेदी जी आपने तो पक्षकारों और वकीलों की मुसीबतें और न्यायिक व्यवस्था की लेट लतीफी के कारणों को चंद लाइनों में ही समेत कर रख दिया इसे कहते हैं सो सुनार की और एक लुहार की मेरे बढ़े भाई .अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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