भ्रष्टाचार और काले धन को लेकर बाबा रामदेव का अनशन ४ जून को किया जाना तय है और इसके लियें रामदेव बाबा जी ने दिल्ली पुलिस को धोखा देकर स्वीक्रति भी ले ली है ..बाबा रामदेव ने योग शिविर की बात कहकर दिल्ली पुलिस को गलत सुचना दी है और स्वीक्रति प्राप्त कर ली है इसी स्थल पर अब बाबा शर्तों के खिलाफ आन्दोलन भूख हडताल करेंगे खेर बाबा का यह अनशन उनके अस्तित्व का प्रश्न है जबकि सरकार ने इस मामले में अपनी चालबाजियां शुरू कर दी हैं ............
जी हाँ इसके पहले बाबा रामदेव अन्ना हजारे के साथ थे लेकिन सरकार ने फुट डालो राज करो की शर्त पर अपने तरीकों से बाबा रामदेव और अन्ना हजारे में विवाद पैदा करवाकर उनकी ताकत को तोड़ दिया है ..अन्ना को जनता का जब समर्थन मिला तो बाबा अलग होकर खुद को अलगथलग महसूस कर ठगा सा देखने लगे तब ही बाबा ने अपने वर्चस्व को बनाये रखने के लियें ४ जून से भ्रस्ताचार और कालेधन के प्रश्न पर अनशन की चेतावनी दी ..बाबा यह साबित करना चाहते हैं के अन्ना के अनशन के समय भीड़ अन्ना की नहीं बाबा रामदेव की थी और अकेले वोह भीड़ और समर्थन प्राप्त करने में सक्षम हैं इसी लियें ऍन वक्त पर जब लोकपाल बिल में सुप्रीम कोर्ट जज और प्रधानमन्त्री को दायरे में लाने का विवाद था तब उन्होंने अन्ना से खुद को अलग करते हुए लोकपाल बिल से प्रधानमन्त्री और जज को अलग रखने का खुला सरकार का समर्थन कर अन्ना और उनके समर्थकों को चोंका दिया ...........
बाबा को इस मामले में निरंतर मिल रहे समर्थन से सरकार चिंतित है और सरकार अन्ना के वक्त की गलतियाँ और चुक दोहराना नहीं चाहती है इसलियें सरकार ने आज एयरपोर्ट पर पहुंचते ही बाबा रामदेव के पास जाकर घेराबंदी की और अधिक्रत कोई ब्यान जरी नहीं किया ..सरकार जनता को अपनी गम्भीरता दिखाना चाहती है और इस मामले में वोह खुद कोई कार्यवाही कर रही है इस मामले में सरकार ने संकेत दिए हैं ..इधर सरकार बाबा से बात कर रही है और उधर बाबा की टीम में फुट डालने के प्रयास शुरू हो गए हैं ..सरकार ने और समर्थकों ने बाबा की निजी जिंदगी की जानकारियाँ लेना शुरू कर दिया है सरकार या कोई समर्थित सरकार के इशारे पर बाबा के अतीत के किसी प्रश्न को लेकर जनहित याचिका दायर कर इसे अख़बार की खबर बनवा सकता है ...खेर अभी तो बाबा का भ्रष्टाचार के खिलाफ जो कुछ भी अभियान है उसे जनता का समर्थन है और जनता चाहती है के खुदा करे बाबा रामदेव कामयाब हों .......लेकिन इन चाल बाजियों और सरकारी कूट नीतियों के आगे अब बाबा केसे जीत हांसिल करते हैं और बाबा रामदेव योग से भ्रस्ताचार मुक्त नारे तक केसे जय जय कार करवाते हैं यह तो वक्त ही बताएगा ........अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
जी हाँ इसके पहले बाबा रामदेव अन्ना हजारे के साथ थे लेकिन सरकार ने फुट डालो राज करो की शर्त पर अपने तरीकों से बाबा रामदेव और अन्ना हजारे में विवाद पैदा करवाकर उनकी ताकत को तोड़ दिया है ..अन्ना को जनता का जब समर्थन मिला तो बाबा अलग होकर खुद को अलगथलग महसूस कर ठगा सा देखने लगे तब ही बाबा ने अपने वर्चस्व को बनाये रखने के लियें ४ जून से भ्रस्ताचार और कालेधन के प्रश्न पर अनशन की चेतावनी दी ..बाबा यह साबित करना चाहते हैं के अन्ना के अनशन के समय भीड़ अन्ना की नहीं बाबा रामदेव की थी और अकेले वोह भीड़ और समर्थन प्राप्त करने में सक्षम हैं इसी लियें ऍन वक्त पर जब लोकपाल बिल में सुप्रीम कोर्ट जज और प्रधानमन्त्री को दायरे में लाने का विवाद था तब उन्होंने अन्ना से खुद को अलग करते हुए लोकपाल बिल से प्रधानमन्त्री और जज को अलग रखने का खुला सरकार का समर्थन कर अन्ना और उनके समर्थकों को चोंका दिया ...........
बाबा को इस मामले में निरंतर मिल रहे समर्थन से सरकार चिंतित है और सरकार अन्ना के वक्त की गलतियाँ और चुक दोहराना नहीं चाहती है इसलियें सरकार ने आज एयरपोर्ट पर पहुंचते ही बाबा रामदेव के पास जाकर घेराबंदी की और अधिक्रत कोई ब्यान जरी नहीं किया ..सरकार जनता को अपनी गम्भीरता दिखाना चाहती है और इस मामले में वोह खुद कोई कार्यवाही कर रही है इस मामले में सरकार ने संकेत दिए हैं ..इधर सरकार बाबा से बात कर रही है और उधर बाबा की टीम में फुट डालने के प्रयास शुरू हो गए हैं ..सरकार ने और समर्थकों ने बाबा की निजी जिंदगी की जानकारियाँ लेना शुरू कर दिया है सरकार या कोई समर्थित सरकार के इशारे पर बाबा के अतीत के किसी प्रश्न को लेकर जनहित याचिका दायर कर इसे अख़बार की खबर बनवा सकता है ...खेर अभी तो बाबा का भ्रष्टाचार के खिलाफ जो कुछ भी अभियान है उसे जनता का समर्थन है और जनता चाहती है के खुदा करे बाबा रामदेव कामयाब हों .......लेकिन इन चाल बाजियों और सरकारी कूट नीतियों के आगे अब बाबा केसे जीत हांसिल करते हैं और बाबा रामदेव योग से भ्रस्ताचार मुक्त नारे तक केसे जय जय कार करवाते हैं यह तो वक्त ही बताएगा ........अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
इस सरकार के पास जो कमीनापन है वो किसी के पास नहीं ,ये बाबा के खिलाफ कुछ भी कर सकती है कैसा भी आरोप लगवा सकती है पर हमें बाबा की व्यक्तिगत जिन्दगी से क्या लेना देना | बाबा का स्टेंड देशहित में है तो ये कमीनी सरकार कोई भी हथकंडा अपनाये जनता बाबा का साथ देगी |
जवाब देंहटाएंसाहब, बुरा मत मानिये, पर कल को अगरा कोइ प्रसिद्ध क्रिकेटर, अभिनेता आदि भी जनसमर्थन लेकर अनशन करे तो कितना उचित होगा, बाबा रामदेव का योग सही है पर राजनीति? हजारों करोड़ का Aashram भ्रष्ट लोगों की भ्रष्ट कमाई से ही बना है,क्या बाबा को नहीं पता, जनता का साथ हमेशा सही नहीं होता, हिंदुस्तान में तो अक्सर जनता का फैसला गलत ही होता है, विवेक जैन vivj2000.blogspot.com
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