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12 अप्रैल 2011

लायक और नालायक

किसी फिल्म के गीत की तरह लायक हूँ में नालायक नहीं की तर्ज़ पर समाज की इस भागम भाग के माहोल में लायकी और नालायकी की परिभाषा किस कदर बदल गयी हे एक बानगी देखिये ...............
पिता ने 
अपने 
लायक बेटे से 
भविष्य की 
योजना के बारे में पूंछा 
लायक बेटा बोला 
बस पापा 
ट्वेल्थ में हूँ 
आई आई टी करूंगा 
पन्द्रह बीस लाख का पैकेज मिल जाएगा 
विदेश के चांस हुए 
तो वहा 
लाखों कमाऊँगा ..................
पिता ने 
अपने नालायक बेटे से पूंछा 
भविष्य का क्या प्रोग्राम हे 
नालायक बेटे ने कहा 
पापा 
आप बीमार हैं 
मम्मी से घर का काम काज नहीं होता है 
में दूकान में 
आपका हाथ बटाउंगा 
मम्मी बीमार हैं 
इसलियें घर का काम करने वाली 
आप और मम्मी की 
खिदमत करने वाली 
बहु लाऊँगा 
बहु ने घर का कामकाज संभाल 
आपकी खिदमत की तो ठीक 
नहीं तो फिर उसे छोड़ कर 
दूसरी ले आउंगा .......................
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

2 टिप्‍पणियां:

  1. माँ बाप ही डालते हैं अपनी औलाद के दिल में दौलत की हवस और फिर खुद भोगते हैं ग़लत बात सिखाने का बुरा अंजाम ।

    जवाब देंहटाएं
  2. माँ बाप ही डालते हैं अपनी औलाद के दिल में दौलत की हवस और फिर खुद भोगते हैं ग़लत बात सिखाने का बुरा अंजाम ।

    जवाब देंहटाएं

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