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04 अप्रैल 2011

बिमारी और दोलत

बिमारी ने 
एक दिन दोलत से कहा
तुम कितनी खुशनसीब हो 
हर कोई तुम्हारी तमन्ना करता हे 
और एक में हूँ 
जो मुझ से हर कोई 
दूर भागता हे 
दोलत ने बिमारी से कहा 
खुशनसीब तुम हो 
तुम आती हो तो 
लोग खुदा को याद करते हें 
और एक में हूँ 
जिसके पास रहती हूँ 
वोह खुदा को 
भूल जाता हे ......
... अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान 

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