राजस्थान के हाडोती में बूंदी जिले के केशोराय पाटन का एक जेन तीर्थ जहां मन्दिर के गर्भ में अखंड ज्योति संवत ३३६ से जल रही है श्रद्धालु प्रतिवर्ष इस मन्दिर पर इखट्टे होकर पूजा अर्चना करते हैं .
चम्बल तट पर कोटा के पास बसे इस केशोरय पाटन के बारे में मान्यता है के यह मन्दिर शनी निवारक है शनी अमावस्या के दिन जब पहली सदी में प्लेग फेलने से यहाँ से लोग चले गए थे गाँव खाली था तब एक मुनि महाराज ने शानिनिवारण के लियें मन्दिर के गर्भ में जाकर आस्था की इस ज्योति को प्रज्वलित किया था बस तबसे आज तक १७३२ साल गुज़र जाने के बाद भी यह अखंड ज्योति लगातार जल रही है .
लोगों की मान्यता है के मुनि सुव्र्त्त नाम की इस मूर्ति को महमूद गजनवी ने भी आक्रमण कर खंडित करने का प्रयास किया था लेकिन उसके सभी प्रयास और ताकत के बाद भी मूर्ति खंडित नहीं हुई उलटे पेरों के उँगलियों से ऐसी धारा बह निकली के महमूद गजनवी के फोजी डर के भाग गए , अपनी चमत्कारिक शक्तियों के कारण यह मन्दिर और मूर्ति अखंड ज्योति सहित लोगों की आस्था का केंद्र बना है जहां लाखों श्रद्धालु प्रतिवर्ष जाते हैं ..... अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
Bhai Akhtar ji Namaskaar..aapne labhanvit kiya jaankaari dekar aapke paas to khajaana hai jaankariyon ka..mai last yr.bundi,byaver,paatan,jhalra paatan,kota,jhalawar,shekawati,jhunjunu, se lekar rajasthaan ke baadmer,jodhpur,paali,merta city,puskar,ajmer,jaipur,jodhpur,prataapgarhratangarh,naagaur bikaner,churu aur bahut si jagahon par gaya tha...Pura rajasthaan bada hi khubsurat hai...ab to hara-bhara bhi ho gaya hai..."Mhaaro rangeelo Rajasthaan"
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