राजस्थान सरकार और यहाँ की कानून व्यवस्था जिंदाबाद हे यहाँ हत्या के आरोपी पकड़े नहीं जाते हें और भीड़ द्वारा एक थानाधिकारी को जीप सहित ज़िंदा जला कर राख क्र दिया जाता हे लेकिन अधिकारी हैं के अपनी ज़िम्मेदारी ही नहीं लेते .
राजस्थान में सवाईमाधोपुर में पिछले दिनों फरवरी में एक महिला दाखा बाई की निर्मम हत्या कर दी गयी थी इस हत्या का मुकदमा मान टाउन थाने में दर्ज किया गया स्थानीय लोग अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग करते रहे लेकिन सरकार के अधिकारी इस तरफ से बेखबर रहे दिखावटी कोशिशों में पुलिस नाकाम थी और आज सवाईमाधोपुर में इस मामले में भीड़ एकत्रित हुई एक युवक ने हत्या के आरोपियों को पुलिस द्वारा नहीं पकड़े जाने पर पहले आत्मदाह की चेतावनी दी और फिर उसने आत्मदाह कर डाली बस थोड़ी देर में इस युवक की मोंत से मामला और भडक गया यहाँ भीड़ उत्तेजित हो गयी पुलिस जवान बिना किसी तय्यारी के सीधे भीड़ को नियंत्रित करने जा पहुंचे बस भीड़ ने आव देखा ना ताव और पुलिस कर्मियों की जीप में बेठे मान टाउन थानाधिकारी फुल मोहम्मद को जीप सहित ज़िंदा जला दिया इन थानाधिकारी की हिफाजत के लियें साथ लाये गये सभी पुलिस कर्मियों ने दोड़ लगाई और पथराव से घायल होने के बाद अपनी जान बचाई लेकिन पुलिस कर्मियों ने इस तरह से खुद की मोजुदगी में खुद के थानाधिकारी को जिंदा जलता देख कर सरकार और पुलिस की इज्जत गवाई . राजस्थान का सवाईमाधोपुर इन दिनों राज्य का द्बसे संवेदन शील और चर्चित जिला हो गया हे यहाँ के केंद्र में मंत्री हे , सरकार में मंत्री हें और हालत यह हें के कई आई पीएस और कई आई ऐ एस अधिकारी बने बेठे हें अब राजस्थान सरकार इस मामले से केसे निपटे उसकी समझ में नहीं आ रहा हे .
राजस्थान में इस हत्याकांड के बाद पुलिस हत्याकांड के किस्से ने राजनीति गरमा दी हे य्हना भाजपा ने राज्य में कानून व्यवस्था को मखोल बन देने का आरोप लगते हुए मुख्यमंत्री और गृहमंत्री से इस्तीफे की मांग की गयी हे जबकि मुस्लिम संगठनों ने एक मुस्लिम थानाधिकारी को धार्मिक परम्पराओं के खिलाफ जिंदा जला देने की घटना को गंभीरता से लेते हुए इस पर अफ़सोस जताया हे अब कल तक तो यह घटा राजनीती का एक बढ़ा रूप ले लेगी इसीलियें बिना किसी लाग लपेट के यह घटना आपके सामने पेश हें . अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
कर बुरा तो हो बुरा
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