आपका-अख्तर खान

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24 मार्च 2011

जरा गोर से सुनो

जब 
कोई 
तुम्हारा 
दुश्मन 
कोई बात 
कहता हो 
तो उसे 
जरा गोर से सुनो 
क्योंकि 
तुममे 
क्या कमियाँ हे 
यह तुम्हें 
दुश्मन 
से ही पता 
चलेगी 
चापलूस 
दोस्तों से नहीं ................................. 
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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