राजस्थान की राजधानी जयपुर की महापोर जो निगम में अल्पमत में हें और इसी कारण अब तक समितियों का गठन नहीं कर पायी हे खुद इतनी अक्षम हें के पार्टी के लोग तो दूर अधिकारी और कर्मचारी भी उनकी नहीं सुनते ।
जयपुर के महापोर के रूप में श्रीमती ज्योति शर्मा का कार्यकाल एक दम असफल रहा हे जयपुर में आज तक कुछ भी विकास या कोई अन्य कार्यवाही नहीं हो सका हे निगम की हर बैठक में हंगामे के सिवा कुछ नहीं रहा हे केवल अख़बार और इलेक्ट्रोनिक मिडिया में विज्ञापन देकर खुद के फोटू और खबरें छपवाने के अलावा इन महापोर जी ने अब तक कुछ नहीं किया हे ।
आज जयपुर में एक बस्ती के पुनर्वास का कार्यक्रम था वहां महापोर जी की असफलता का ठीकरा उन्होंने कर्मचारियों और अधिकारीयों पर फोड़ दिया मुख्य मंत्री अशोक गहलोत और स्वायत शासन मंत्री शान्ति कुमार धारीवाल की उपस्थिति में उन्होंने साफ़ शब्दों में कहा के जयपुर नगर निगम के अधिकारी निरंकुश हो गये हें उन्होंने एक एक अधिकारी का नाम लेकर कहा के सभी अधिकारी उनकी नहीं सुनते हें और इनकी मिलीभगत से अतिक्रमण हो रहे हें जयपुर बदहाल हो रहा हे और अधिकारीयों की वजह से निगम को करोड़ो रूपये आमदनी का नुकसान हो रहा हे महापोर ने अपना गुस्सा मुख्यमंत्री और स्वायत शासन मंत्री के सामने सार्वजनिक रूप से निकाला हे लेकिन अब तक किसी भी अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही नहीं हुई हे नाही उनका स्थानान्तरण किया गया हे इससे साफ लगता हे के महापोर की सरकार में नहीं चलती या फिर महापोर से मुख्यमंत्री और स्वायत शासन मंत्री खुद नाराज़ हे और अधिकारी उनके कहने पर ही महापोर की चलने नहीं दे रहे हें कलेक्टर जयपुर के साथ मिलकर उन्हें अपमानित कर रहे हें देखते हें क्या होता हे लेकिन जयपुर में महापोर की इस नाकामयाबी पर तो बस एक ही पुकार हे के नाच ना जाने आंगन टेड़ा हे ............... । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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