आपका-अख्तर खान

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26 मार्च 2011

जरा सम्भाल कर

 दिल और अल्फाज़ 
सावधानी से 
अपनी हिफाजत में रखो 
क्योंकि अलफ़ाज़ 
जब बोले जाते हें 
और दिल को जब 
तोडा जाता हे 
तो 
इसकी मरम्मत और वापसी 
कोई नहीं कर सकता 
इसलियें 
मीठा बोलो किसी का दिल मत तोड़ो . 
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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