देश की जनसंख्या की गणना अब ९ फरवरी से २८ फरवरी तक होगी इस दिन जो फ़ोरम जनगणना विभाग द्वारा बनाया गया हे उसकी समस्त जानकारी जनता के भविष्य में काम आएगी ।
देश में जाती के आधार पर जनगणना पर लोगों ने एतराज़ जताया लेकिन रोज़ देश के आंकड़े बताते हें के फलां जाती के इतने लोग हे फलन जाती के इतने बढ़ गये हें और भविष्य में इतनी संख्या हो जाएगी तो फिर यह आंकड़े खाना से आते हे , एक तरफ तो जातीय आधार पर जनगणना का विरोध और दूसरी तरफ जातीय आधार की राजनीती ऐसे में दो पहलु एक साथ नहीं चल सकते , अब देश में एक योजना बनाकर जनगणना की शुरुआत हो रही हे देश के सभी लोग इस मामले में सहयोग करें जो भी कोलम में जानकारीचाही गयी हे सब ठीक तरह से भरवाए और इसी आधार पर देश की आर्थिक योजनाएं तय्यार होना चाहियें इन आंकड़ों को सियासी लोग चोरी करके देश में अराजकता फेलाने और चुनावी गणित बिठाने में ज़्यादा लगाते हें जाती समाज संख्या बल के आधार पर अपने अपने हक की मांग करता हे । दोस्तों अभी देश में आरक्षण की आग से देश जल रहा हे आत्माएं झुलस रही हें लेकिन देश समझ नहीं पा रहा हे अगर जनता अब अंगडाई ले और देश से आरक्षण का बवाल खत्म करवा दे तो देश में काफी समस्याओं का समाधान हो जाएगा देश की जनता के साथ समान व्यवहार जरूरी हे और इसीलियें देश में अब संविधान में जो आरक्षण केवल दस वर्ष के लियें दिया गया था उसे किसी भी तरह से ६६ साल बाद बढाना नहीं चाहिए तभी हमारा देश वापस से एकता के सूत्र में बंध कर तरक्की कर सकेगा वरना जो खायी सियासत ने तय्यार की हे वोह हरी कब्रें बनते देर नहीं करेंगी । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
02 फ़रवरी 2011
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एक तरफ तो जातीय आधार पर जनगणना का विरोध और दूसरी तरफ जातीय आधार की राजनीती ऐसे में दो पहलु एक साथ नहीं चल सकते ,
जवाब देंहटाएंजनता अब अंगडाई ले और देश से आरक्षण का बवाल खत्म करवा दे तो देश में काफी समस्याओं का समाधान हो जाएगा
लेख की दो सटीक और असंभव सी बातें :)
शुभकामनायें