दोस्तों मेने शराब माफिया के मटके में से ८१ लाकह रूपये बरामद होने की खबर सुबह अपने ब्लॉग पर लिखी थी कुछ ने पढ़ी कुछ ने तवज्जो नहीं दी लेकिन मेरे एक मित्र भाई अतुल श्रीवास्तव ने छत्तीस गढ़ में बेठे ही बेठे एक ऐसा सच बताया जो में आप टक पहुंचा रहा हूँ ।
दोस्तों राजस्थान में गहलोत जब विपक्ष में थे तो वसुंधरा सरकार की शराब निति के खिलाफ गहलोत जम कर बरसते थे और मुख्यमंत्री भवन का १० तो ८ का वक्त बता कर इसके बाद नहीं हे सी एम का नारा देते थे फिर गहलोत मुख्यमंत्री बन गये गहलोत ने राजस्थान में शराब के मामले में निति बनाई और फिर सख्ती की कोंग्रेस अध्यक्ष और केन्द्रीय मंत्री जो एक वोट से विधानसभा चुनाव हरे थे उन सी पी जोशी जी के इलाके उदयपुर में मेरे भाई अतुल श्रीवास्तव का जाना हुआ तो वहां उन्होंने देखा के लोगों का नया नारा हे उनका कहना हे के लोग कहते हे के ; कमबख्त बोस ऑफिस में जीने नहीं देता और गहलोत रात को आठ बजे बाद पीने नहीं देता ; मेरे भाई अतुल जी ने अपनी टिप्पणी में वही याद ताज़ा की हे लेकिन इसी बीच इन सख्तियों के बाद भी खुद मुख्यमंत्री गहलोत जी के इलाके में शराब दुखान्तिका मन झकझोर देने वाली हे ।
दोस्तों यह तो एक बात हुई दूसरी बात यह हे के मेरे भाई कोटा का नाम रोशन कर सेकड़ों लोगों को लाइलाज बीमारी केंसर से नुजात दिलाने वाले मुनीर खान के बेटे जनाब सरोश खान जो कोटा शहर की गलियों के लिएँ आज भी सरोश कहां हे लेकिन एक फिल्म पे बेक ने उन्हें स्टार बना दिया हे आज वोह फ़िल्मी दुनिया में जम गये हें और कोटा में ही उन्होंने उनकी फिल्म पे बेक का प्रीमियर भी किया था भाई सरोश कहां ने भी शिला की जवानी के मामले को खूब बहतर तरीके से परिष्क्र्त,बहिश्क्र्ट और परिभाषित किया हे हो सके तो आप जरुर देखने की कोशिश करना जो उनके ब्लॉग और फेसबुक पर भी देखा जा सकता हे । जय सरोज भाई जय हो । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
02 फ़रवरी 2011
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
अख्तर भाई मैंने तो जब उदयपुर में यह 'कहावत' सुना तो लगा कि गहलौत जी ने शराब को लेकर अच्छी नीति बनाई है, लेकिन आपने गहलौत जी के इलाके में शराब को लेकर हुए हादसे को बयां कर तस्वीर साफ कर दी। आपकी लेखनी में धार है, ऐसा ही लिखते रहें, बधाई हो।
जवाब देंहटाएं