राजस्थान में जेसलमेर जिले में एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी केलिला में कार्यरत था उसकी सेवा निव्रत्ती हुई लेकिन समय पर उसकी पेंशन बाबूराज के चलते सरकारी बाबूजी ने नहीं बनाई कर्मचारी ने हाईकोर्ट गुहार लगाई अब सेवानिव्रत्त कर्मचारी की पेंशन तो शुरू हो गयी हे लेकिन जिस बाबू ने पेंशन में अडंगा लगाया था उन बाबूजी का वेतन रोक दिया गया हे ।
जेसलमेर में कार्यरत एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी सेवा निव्रत्ती के बाद भी दफ्तर में बाबू और अधिकारियों के चक्कर काट काट कर पेंशन बनाने की मिन्नतें करता रहा लेकिन उनकी पेंशन वक्त पर नहीं बन पायी नतीजन जब सब दरवाज़े बंद हो गये तो इन साहब ने राजस्थान हाई कोर्ट जोधपुर का दरवाज़ा खट खटाया हाईकोर्ट ने कागज़ देखे बात समझी और पेंशन बनाने वाले बाबू जी के कारनामे जब हाई कोर्ट के सामने आये तो बस हाईकोर्ट का अगुस्सा सातवें आसमान पर था हाईकोर्ट को न्याय करना था और न्याय भी ऐसा के सार्वजनिक रूप से न्याय दिखे भी और फिर कोई कभी किसी की पेंशन रोक कर उम्र के आखरी पढ़ाव पर परेशान करने की कोशिश ना करे इसलियें अदालत ने आदेश दिए के सेवा निवर्तत कर्मचारी की तो तुरंत पेंशन शुरू की जाए और जिस कर्मचारी ने पेंशन बनाने में ढिलाई बरती हे उस कर्मचारी का वेतन रोक दिया जाए हुई ना मजेदार बात अब खुद की परेशानी से इन जनाब को किसी के दुःख का एहसास होगा और इनका हाल देख कर दुसरे कोई भी बाबूजी किसी के काम में तंग नहीं अड़ाएंगे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)