राजस्थान में मोसम का मिजाज़ बदला और मोसम ने अचानक अंगडाई ली नतीजन राजस्थान के किया इलाकों में ओलों के रूप में पहले बरफ बारी और फिर बरसात हुई इस बे मोसम बरसात से मोसम में ठंडक और लोगों में बिमारी तो आ ही गयी लेकिन जो ओले पढ़े हें उससे किसानों की फसले बर्बाद हो गयी हें ।
मेने देखा हे के कोटा सम्भाग में नहरों के पानी को लेकर अभी हाल ही में आन्दोलन और बंद के माहोल हे किसान प्रदर्शन कर रहे हें लेकिन एक अदालत उपर की अदालत हे उसने आसमान से पानी बरसाया और किसानों की पानी मानगने की राजनीति को खत्म कर दिया कुदरत के इस पानी को लोग पाने नहीं कहर कह रहे हें और आज हालत यह हे के राजथान की खड़ी फसल हजारों बीघा जमीन की बर्बाद हो गयी हे जिन्होंने पकी फसल कट ली थी उनकी खेत में ही बर्बाद हो गयी और जो काटने वाले थे उनकी फसल खेतों में ही म़ोत बन कर रह गयी , राजस्थान सरकार इस मामले में गम्भीर हे और वोह चाहती हे के किसी भी तरह से इस मामले का सर्वेक्षण करवाकर किसानों को कुछ लाभ या सहायता इस मामले में दिया जाये लेकिन केसे दिया जाये केसे योजना बने अगर इस मामले में पक्ष विपक्ष बेठे तो कुछ नया निकले लेकिन विपक्ष तो बात करने की जगह हंगामे में लगा आहे और विधान सभा हंगामें की भेंट चढ़ी हे । ॥ अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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