आपका-अख्तर खान

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07 फ़रवरी 2011

में चला में चला ....

उसने
जो फेरी
नज़रें मुझ से
नजरें झुकाए
में ऐसे चला
आवाज़ दी उन्होंने
तो भी
में
ना सुन सका
ना पलट कर
उन्हें
फिर से
देख सका
बस इसीलियें
आज भी में
अकेला सिर्फ अकेला हूँ ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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