
जी हाँ दोस्तों बेड़ियों से जकड़ा हुआ यह एक मासूम हे जिसे कोटा राजस्थान उद्योगनगर थाने की बोरखेडा चोकी में रहने वाले एक ग्रामीन ने बोझ समझ कर बेड़ियों और हथकड़ियों से जकड़ रखा हे इसकी खबर तीन जनवरी की राजस्थान पत्रिका कोटा में प्रकाशित हुई हे लेकिन अफ़सोस अब तक इस मामले में कोई भी समाज सेवक या प्रशासनिक अधिकारी इसका इलाज करवाने के लियें आगे नहीं आया हे , अफ़सोस तो इस बात का हे के कोटा में एक मेंटल दबाव में आने वाले लोगों के लियें एक सहायता ग्रुप बना हे उन्होंने भी इस बच्चे के इलाज में अब तक कोई मदद नहीं की हे हाँ पत्रिका अख़बार के संवाददाता को इन लोगों ने यह जरुर कहा हे के यह बीमारी ला इलाज नहीं हे और इलाज करवाने पर यह बच्चा ठीक हो सकता हे , इस बच्चे के बाप और परिजन इसका इलाज कराना चाहते हें लकिन उनके पास इलाज के लियें रूपये नहीं हे , इस मामले में कोटा जिला प्रशासन और समाज सेवी संस्थानों ने कोई मंद की पहल नहीं की हे , देखो मेने ह्यूमन रिलीफ सोसाइटी के जरिये इस ममाले की शिकायत राज्य मानवाधिकार आयोग और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को भेजी तो हे और सरकारी स्तर पर इस बच्चे की हथकड़ियाँ खुलवाकर इलाज की प्रार्थना की हे देखे क्या होता हे , आप बन्धुओं से गुजारिश हे के आप भी इस मामले में अपने स्तर पर प्रयास करें अगर प्रयास नहीं कर सकें तो महरबानी करके कमसे कम दुआ तो करें । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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