सुप्रीम कोर्ट के जज एच सी कपाडिया के मामले में सुप्रीम कोर्ट के वकील और समाज सेवक प्रशांत भूषण ने कल सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन एक अवमानना याचिका के दोरान माफ़ी मांगने से इंकार कर दिया हे सुप्रीम कोर्ट ने भूषण को माफ़ी मांगने के लियें कहा था ।
कल सुप्रीम कोर्ट में भूषण के वकील राम जेठमलानी ने कहा के उनके पक्षकार ने कोई गलत बात नहीं की हे इसलियें माफ़ी नहीं मांगेंगे पिछले दिनों आउट लुक पत्रिका में भूषण ने अपने साक्षात्कार में सुप्रीम कोर्ट के जज के खिलाफ टिप्पणी की थी उनका कहना हे के सुप्रीम कोर्ट और न्याय क्षेत्र में दो वर्षों से किया हो रहा हे देश देख रहा हे देश जानता हे और अगर सच कहना अवमानना का अपराध हे तो फिर देश इस मामले में जेल जाने को तय्यार हे । भूषण के इस रवय्ये से अब देश में न्यायालयों को मिला मनमाना तुगलकी अधिकार अवमानना कानून पुन विचारणीय विषय बन गया हे देश में अदालतें कुछ भी करें कुछ कहो तो अपराध हे इसलियें इसे इस आज़ाद देश में कला कानून माना जाता रहा हे अगर किसी ने कोई आरोप लगाया हे तो पहले उन आरोपों की तो जाँच हो तब कहीं अवमानना की बात की जाना चाहिए राजस्थान में ऐ डी जे भर्ती घोटाला न्यायालयों में महा भ्रष्टाचार का एक महत्वपूर्ण उदाहरन हे / अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
13 जनवरी 2011
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
mere ko lagta hai bhushan jee sahi hain..........
जवाब देंहटाएं