आपका-अख्तर खान

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14 जनवरी 2011

कल को क्यूँ याद करें .... .

हर सुबह
जब हम
तंदरुस्ती के साथ
उठते हें
वही
हमारी
नई जिंदगी
होती हे
जब
रोज़ सुबह
खुशनुमा
जिंदगी हे हमारी
तो फिर
कल की कडुवाहट को
क्यूँ याद कर
आज खराब करें हम
इसलियें
उठो जी लो
एक बार फिर
तुम भी
नई जिंदगी ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

1 टिप्पणी:

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