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29 दिसंबर 2010

बरसात की बूंदों और ठिठुरन से पहले ही गुर्जर दो कदम हटे

राजस्थान में अपनी आरक्षण की मांग के समर्थन में बेठे गुर्जर भाई मोसम का मिजाज़ समझ गये और आसमान के बदले मिजाज़ को देख कर उन्होंने पासा पलटते हुए कई जगह की रेलवे ट्रेक छोड़ दी , गुर्जरों के भूगोल को दाद देना होगी के गुर्जरों ने ट्रेक छोड़ी और मोसम में पहले महावट फिर बरसात और फिर ठिठुरन बढ़ गयी इस बीच गुर्जरों ने इसे वार्ता के लियें हटाए गये दो कदम हटना बताते हुए रणनीति का हिस्सा बताया हे ,गुर्जरों के ट्रेक से हटते ही कई ट्रेने प्रति पर दोड़ने लगी हें लेकिन मुंबई दिल्ली रेलवे ट्रेक अभी भी गुर्जरों के आन्दोलन का कंट्रोल रूम बना हे । सरकार और सरकार के प्रतिनिधि लगातार बात कर रहे हें गुर्जरों ने भी अपना प्रतिनिधि मंडल तय कर लिया हे जो निर्धारित एजेंडे पर सरकार से आरक्षण के मामले में सकारात्मक वार्ता करेंगे देखते हें आज सरकार और गुर्जर जनता के साथ क्या सलूक करते हें । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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