आपका-अख्तर खान

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22 दिसंबर 2010

यादों का मजार .....

आज
मेला लगा हे
मजार पर
यादों के मेरे
हर शख्स , हर माशूक
यहाँ मोजूद हे
बस नहीं हे तो वोह
जिसे
हर दम
नजरें मेरी तलाशती हे ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

3 टिप्‍पणियां:

  1. यही होता है मजार पर सब होते है पर जो दूर चला गया वो कहां मिलता है....उसे नजरें तलाशती ही हैं

    http://veenakesur.blogspot.com/

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