दिल के दर्द को
जुबां पर
हरगिज़ मत लाना
तकलीफ में हो जितने भी
फिर भी
आँखों से
आंसू मत बहाना
दिल के जख्म
चाहे कितने भी गहरे हों
ड्रेसिंग करे
रिश्तों का डिटोल
जरुर लगाना ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
05 जनवरी 2011
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सुन्दर शब्द ....।
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