किसने कहा
हमें
आपकी
याद नहीं आती ,
आपका ख्याल ना हो
ऐसी कोई
रात नहीं जाती ,
वक्त चाहे
कितना ही बदल जाए
जो आदत याद करने की
आपको पढ़ी
हे कमबख्त
हरगिज़ नहीं जाती
आप ही हें
हमारे खासम खास
यह बात
किसी से
कही नहीं जाती ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
04 जनवरी 2011
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सुन्दर रचना ...
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