तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
06 दिसंबर 2010
मुख्यमंत्री गहलोत ने कोटा के वकीलों को अंगूठा दिखाया
पिछले कई महीनों से आंदोलनरत वकीलों की तीन स्वीक्रत मांगों के मामले में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तय करने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ना जाने किस दबाव में कोटा के वकीलों से मिलने से इनकार कर दिया हे कोटा के वकीलों से उन्होंने कहा हे के पहले वोह अपनी हडताल खत्म करे फिर कहीं जाकर उनसे वार्ता पर विचार किया जाएगा , एक राज्य के मुख्यमंत्री जो पहले गृह मंत्री से संदेशा भिजवाकर वकीलों को वार्ता का वक्त देते हें फिर अगली तारीख देते हें और फिर अगली तारीख देते हे वकील आन्दोलन खत्म कर केवल प्रतीकात्मक हडताल का निर्णय लेते हे तो फिर आखिर ऐसी कोंसी मजबूरी आती हे के मुख्यमंत्री पूर्व निर्धारित मुलाक़ात कार्यक्रम से इंकार कर देते हें और फिर एक संदेश कोटा के वकीलों के प्रतिनिधियों के पास आता हे के हम आपकी स्वीक्रत मांग के बारे में आपसे कोई बात नहीं करेंगे अगर हडताल पूरी खत्म करो तो फिर इस पर विचार करेंगे बस इसी मामले को लेकर कोटा के वकील भडक गये हें और कोटा के वकीलों का कहना हे के मुख्मंत्री अशोक गहलोत ने कोटा के वकीलों को पहले तो वायदा दिया फिर वायदा पूरा नहीं किया फिर बातचीत के लियें वक्त देने का वायदा किया और अचानक अंगूठा दिखा दिया इससे कोटा का वकील अपमानित और ठगा सा महसूस कर रहा हे लेकिन क्या करें भाई यह राजनीति हे और अभिभाषक परिषद के चुनाव १५ दिसम्बर को हें देखते हे आब क्या होता हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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