आपका-अख्तर खान

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09 दिसंबर 2010

कहीं ऐसा ना हो .........

यूँ
आँखों में आँखें
डाल कर
बार बार
ना देखो
कहीं
ऐसा ना हो
के
प्यार हो जाए ,
तुम लोगों को
और लोग
तुम्हें
देखते रहें
और हम
आपको
फुल समझ कर
तितली की
तरह
आपसे लिपट जाएँ ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

2 टिप्‍पणियां:

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