देश के प्रधानमन्त्री मनमोहन सिंह जो बने हें जबसे आरोपों में घिरे हें कल उन्होंने कोंग्रेस अधिवेशन में संचार घोटाले २ जी स्पेक्ट्रम घोटाले से खुद को दूर और बेदाग़ बताया , कोंग्रेस अधिवेश में खुद को बेदाग़ बताते हुए मनमोहन सिंह ने साफ़ शब्दों में कहा की इस घोटाले में उनका कोई वास्ता नहीं हें और इसीलियें वोह खुद इस जाँच मामले में लोक लेखा समिति के समक्ष पेश होने को तय्यार हे ,
भाजपा ने प्रधानमन्त्री मनमोहन सिंह के इस एलान की खिल्ली उढाई हे भाजपा नेता अरुण जेटली ने कहा के चोर खुद किस्से जाँच कराएगा इसका निर्धारण करने का अधिकार चोर को नहीं होता हे अगर प्रधानमन्त्री दूध के धुले हें तो फिर जे पी सी का गठन कर क्यूँ उससे मामले की जाँच नहीं कराते लेकिन सयुंक्त समिति की जांच से मुंह मोड़ना असल्सिय्त को दर्शाती हे , यह सच हे के प्रधानमन्त्री ने २ जी स्पेक्ट्रम घोटाले की जाँच में प्रारम्भ से ही संदिग्ध भूमिका निभाई हे और इस पाप को धोने के लियें अगर प्रधानमन्त्री जे पी सी का गठन भी कर दें तो उनका कुछ बिगड़ने वाला नहीं हे लेकिन इस जाँच में उनकी और उनके सहयोगियों की कई पोलें खुलने का खतरा बना हुआ हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)