राजस्थान में राजस्थान प्रशासनिक सेवा के चयन के लियें मुख्य परीक्षा आज हो रही हे और सरकार गुर्जरों को ट्रेक और हाइवे से हटाने में नाकामयाब हे नतीजा सामने हे करीब १४००० परीक्षार्थियों में से यह परीक्षा कुछ दे पायेंगे और कुछ नहीं दे पाएंगे , सरकार जानती हे अख़बार चिल्ला रहे हें मिडिया चिल्ला रहा हे के राजस्थान का माहोल अभी कहीं आने जाने का नहीं हे अगर कोई आदमी आना जाना भी चाहे तो वोह सिर्फ अपने इलाके में ही नजरबंद यानी केद में हे और राजस्थान की यह खुली जेल बनाई हे गुर्जरों ने जिसके जेलर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हर मोर्चे पर नाकाम साबित हो रहे हें ऐसे माहोल में राजस्थान प्रशासन के सर्वोच्च पद के लियें परीक्षाएं क्या यहाँ के परिशार्थियों के साथ इन्साफ हे ।
कोटा सहित सभी सम्भागों में गुर्जरों के उत्पात से जनता और सरकार दोनों दुखी हे यहाँ सुकून नाम की चीज़ नहीं हे आने जाने के रास्ते बंद हे रेलवे की ट्रेकें मोड़ दी गयी हें तोड़ दी गयी हें लेकिन सरकार की परीक्षा कराने की जिद इस परीक्षा को एक बार फिर हाईकोर्ट की भूल भुलय्या में उलझा कर रख देगी गुर्जरों का क्या वोह तो ट्रेक पर सडक पर हाइवे पर मन मर्जी खाना कहा रहे हें उत्पात मचा रहे हें नाच गा कर मनोरंजन कर रहे हें लेकिन सरकार जनता को शिकार और गुर्जरों को शिकारी बना कर लगे छू का खेल खेल रही हे खेर इस परीक्षा में बेठने वाले सभी भाइयों और बहनों को शुभकामनाएं देखते हें कितने लोग केसे परीक्षाएं देते हें । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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