राजस्थान की शिक्षा और ओद्द्योगिक नगरी कोटा में बहुत कुछ गलत हो रहा हे और इसे वक्त रहते रोकना बहुत जरूरी हो गया हे , यह कथन किसी आम आदमी या पीड़ित के नहीं हे कोटा की प्रशासनिक अक्षमता पर यह टिप्पणी राजस्थान सरकार में मंत्री भरत सिंह जो कोटा जिले के सांगोद से विधायक हे उनके यह उदगार हे जो उन्होंने पेंशनर्स के सामने कहे ।
कोटा के विधायक शान्ति कुमार धारीवाल जो भी करते हें वोह पिछले कुछ दिनों से पंचायत मंत्री भरत सिंह को बुरा लगने लगा हे पिछले दिनों उन्होंने अधिकारीयों की बैठक में निगम व्यवस्था पर ऊँगली उठाई थी और फिर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जब एक अविधिक निर्माण में आने से इंकार कर दिया तो यह शांति धारीवाल की शिकायत उनसे करने पहुंच गये इसके बाद शांति धारीवाल ने जो भी किया वोह इन्हें बुरा लगने लगा हे , कल कोटा में पेंशनर्स समाज ने इन्हें मुख्य अतिथि कर रूप में बुलाया था इस कार्यक्रम में मंत्री भरत सिंह कोटा के व्यवस्थाओं पर बहुत भडके उन्होंने पेंशनर्स से कहा की कोटा अमन हर जगह हर कदम पर बहुत गलत हो रहा हे और ब्यूरोक्रेट्स मंत्रियों की नहीं सुनते हें क्योंकि वोह सोचते हें के यह तो पांच साल के लियें हे फिर चले जायेंगे उन्होंने कोटा की गंदगी से लेकर सारी समस्याएं गिनाते हुए कहा के इस व्यवस्था को तुम ही सुधार सकते हो क्योंकि नेता तो इस मामले में वोटों की राजनीती के कारण बोल नहीं सकते और कर्मचारी अगर बोलते हें तो उन्हें ट्रांसफर का खतरा रहता हे इसलियें पेंशनर्स को किसी से कोई खतरा नहीं हे कोई भी सरकार कोई भी नेता उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकता उन्हें किसी ब्यूरोक्रेट से भी खतरा नहीं हे इसलियें पेंशनर्स अपनी ताकत अपनी ज़िम्मेदारी समझें और कोटा की समस्याओं पर खुल कर आवाज़ उठायें ताकि कोटा की व्यवस्थाओं में सुधार हो सके । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
18 दिसंबर 2010
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soojh boojh hee kaam aaegee.
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