तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
05 दिसंबर 2010
कोटा में हेलमेट और बाइकर्स से लूट की पुलिस योजना
कोटा में हेलमेट नियम लागू होने और बाइकर्स की अनावश्यक रोक कर जांच के नाम पर रोज़ रोज़ अवेध चोथ वसूली की शिकायतों से तंग आकर पुलिस महा निरीक्षक राजिव दसोस्त ने कोटा में हेलमेट नियम को रोक दिया था साथ ही अनावश्यक तंग करने वाले पुलिस वालों के खिलाफ सख्ती की कार्यवाही भी की थी । यातायात पुलिस जिनका अगुजारा इन बाइकर्स से अवेध चोथ वसूली से चलता रहा हे और बाइकर्स कोटा में एजुकेशन सिटी होने से लडकों के पास अधिकतम बाइक होने से उनसे हजारों रूपये प्रतिदिन वसूल कर खुद का और कुछ चहेते पुलिस अधिकारीयों और अखबार वालों का काम चलते रहे हें इसलियें इन अधिकारीयों ने पहले तो अखबारों में बाइकर्स के हेलमेट नियम को दुबारा लागू करने और फिर उनके कागज़ात के नाम पर उन्हें परेशान करने के प्रावधानों को फिर से लागू कर छुट देने की खबरें छपवायीं और कोटा के गृहमंत्री जी से इसकी छुट देने को कहा लेकिन आई जी राजिव दासोत अवेध चोथ वसूली करने वाले पुलिस कर्मियों अधिकारीयों और अख़बार वालों की योजना को समझ गये थे और उन्होंने इस पर ध्यान नहीं दिया नतीजन जनता लुटने से बच गयी अब जब आई जी राजिव दासोत का ट्रांसफर हो गया हे और नये आई जी दलपत सिंह जी दिनकर कार्यभार सम्भालने वाले हें तो अवेध चोथ वसूली करने वाले कोटा के हिस्सा लेने वाले अख़बारों के रिपोर्टर्स को ऐसी खबरें छपवाने का माहोल बना रहे हें जिससे वोह भावुकता में आकर कोटा यातायात पुलिस को बाइकर्स की हेलमेट चेकिंग और दूसरी अनावश्यक चेकिंगों की छुट दे दें क्योंकि इस अवेध चोथ वसूली का काफी हिस्सा इन अख़बार वालों के पास भी जाता हे और इसीलियें अब यह लोग मिल जुल कर कोटा की जनता को लूटने के लियें नये आई जी को कार्यभार सम्भालने के पहले ही गुमराह कर फर्जी खबरें छाप कर माहोल बना रहे हें और शायद यह इस व्यवस्था को लागू करने के लियें अभी और खबरे प्रकाशित करेंगे हे ना मजेदार बात पुलिस और अख़बार का गठजोड़ अधिकारीयों को गुमराह करने का प्रयास कर रहा हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)