इलाही
यह क्या हुआ
उनके हुस्न ने
हमें बेनाम कर दिया
जिंदगी की
हर ख़ुशी से
हमें
अंजना कर दिया
हमने कभी नहीं चाहा
के यह
कमबख्त इश्क हमें भी हो
लेकिन करें तो क्या करें
नजर उनसे जो मिली
तो बस
जिंदगी ने हमें
बदनाम कर दिया ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
30 दिसंबर 2010
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... kyaa baat hai ... bahut khoob !!
जवाब देंहटाएं... shubhaa-shubh nav varsh - 2011 !!
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