में तेरे लियें
ना तारे तोडूंगा
ना ही में
तेरे लियें
चाँद लाऊंगा ,
में तुझ से
तुझ पर जान देने
और तेरे लियें
किसी की
जाना लेने का
वायदा भी
नहीं करूंगा
में तू जो हे
तेरे लियें बस
यही सच कहूंगा
मुझ से
तुझे उम्मीद हो अगर
के में तुझे
दुनिया की सबसे खुबसुरत कहूँ तो
तो यह भी
में ना कर सकूंगा
में तेरे लियें
तख्त ओ ताज ठुकरा दूँ
ऐसा भी नहीं कहूंगा
बस इतना सा हे
के जो दुसरा तुझ से
करेगा प्यार
उसे कई गुना प्यार में तुझ से करूंगा
क्योंकि में ऐसा ही हूँ
बोल क्या
तुझे इन शर्तों पर भी
हे मुझ से प्यार ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
07 दिसंबर 2010
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प्यार शर्तों पे नहीं होता मेरे दोस्त ..
जवाब देंहटाएंहकीकत का प्यार ऐसा ही होगा ।
जवाब देंहटाएं