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तुम अपने मां बाप को
व्रद्धा आश्रम में क्यूँ छोड़ते हो
उनको छोड़ कर
घरों में कुत्ते क्यूँ पालते हो
मां बाप घर में जो खाते हें
उससे कई गुना अधिक तुम कुत्तों को खिलते हो
माँ बाप बीमार होते हें
तब तो तुम उन्हें
डोक्टर के यहाँ नहीं दिखाते हो
कहते हो दवा के पेसे कहा से आयेंगे
लेकिन
कुत्ते बीमार होते हें
तो डोक्टर को लेजाकर इन्हें दिखाते हो
इनके इलाज के लियें
महंगी महंगी दवाएं लाते हो
बस माँ बाप हे जिन्हें तुम भुलाते हो
इतना तो बता दो
कुत्तों के साथ रहते हो
फिर भी इनसे वफादारी क्यूँ नहीं सीखते हो ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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