आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

29 नवंबर 2010

माता पिता तो नहीं कुत्ता पालते हो

समाज के
नई पीडी के
लोगों
तुम अपने मां बाप को
व्रद्धा आश्रम में क्यूँ छोड़ते हो
उनको छोड़ कर
घरों में कुत्ते क्यूँ पालते हो
मां बाप घर में जो खाते हें
उससे कई गुना अधिक तुम कुत्तों को खिलते हो
माँ बाप बीमार होते हें
तब तो तुम उन्हें
डोक्टर के यहाँ नहीं दिखाते हो
कहते हो दवा के पेसे कहा से आयेंगे
लेकिन
कुत्ते बीमार होते हें
तो डोक्टर को लेजाकर इन्हें दिखाते हो
इनके इलाज के लियें
महंगी महंगी दवाएं लाते हो
बस माँ बाप हे जिन्हें तुम भुलाते हो
इतना तो बता दो
कुत्तों के साथ रहते हो
फिर भी इनसे वफादारी क्यूँ नहीं सीखते हो ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...