तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
24 नवंबर 2010
जन्म दिन शमशान में
कोटा में तरुण सागर संत के एक भक्त अपना पचासवां जन्म दिन आज अपने मित्रों और परिजनों के साथ श्मशान में बनायेंगे । प्रेम संतवाणी इस भक्त का कहना हे के हर व्यक्ति को अपना एक जन्म दिन श्मशान में मनाना चाहिए । कोटा किशोरपुरा स्थित मुक्तिधाम नाम के इस शमशान में आज यह जन्म दिवस प्रात ११ बजे से १२ बजे तक मनाया जाना हे , दोस्तों कोटा किशोरपुरा का यह मुक्तिधाम नाम का शमशान जहां आदमी को पहुंचने के बाद स्वर्ग सा एहसास होता हे यहाँ की साफ़ सफाई महंगे पत्थर पानी की व्यवस्था और हरियाली शांति और चम्बल नदी का किनारा ऐसा लगता हे के हम कहीं श्मशान में नहीं बलके किसी अद्द्भुत्त पिकनिक स्पोट पर खड़े हें । बेस्ट ब्लोगर आदरणीय ललित शर्मा जी ने इस शमशान का अवलोकन किया हे और इस शमशान को अँधेरे में हलकी बूंदा बांदी के साथ मन की आँखों से निहारा भी हे । कोटा का यह शमशान जो करोड़ों रूपये की आगत से बना हे जहां कोटा के विधायक ओम कृष्ण बिरला उनके भाई हरिकृष्ण बिरला अपने पुरे परिवार के साथ नियमित सुबह सवेरे आते हें और इस शमशान को केसे अद्भुतत बनाया जाये इसके प्रयासों में जुट जाते हें यहाँ २०० से ५०० रूपये वर्ग फिट तक का पत्थर लगाया गया हे तो दोस्तों कहने को चाहे यह श्मशान हो लेकिन इस माहोल में तो बस हर कोई चाहेगा के में मुर्दा बन जाऊं और मेरी अंतिम यात्रा बस इधर से ही हो तो फिर जन्म दिन का तो क्या कहना क्योंकि यहाँ किसी होटल किसी गर्दन किसी रिसोर्ट किसी पिकनिक स्पोट से कई गुना सुख सुविधाएँ उपलब्ध हें । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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