तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
09 नवंबर 2010
१७ को देव उठने के साथ खुशियाँ ही खुशिया
दीपावली के बाद १७ नोवंबर को देव उठने के साथ खुशियाँ ही खुशियाँ होंगी , देश में देव सोते हें तो सब सोते हें और शुभ काम भी नहीं होते हें लेकिन अब देव उठने के बाद शादी ब्याह और मकान की अदल बदल शुरू हो जायेगी बस इसी के बाद से शादी ब्याह की बाढ़ आ जाने के बाद बाज़ार और तेज़ी से गर्म हो रहा हे सोना चांदी के भाव चरम पर हें जबकि हलवाइयों के पास वक्त नहीं बचा हे अब देव उठे हें तो फिर लोगों के तो मजे ही मजे हें इसलियें आप सभी लोगों को भी अग्रिम बधाई । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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