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17 नवंबर 2010

मजनू हाय राम

मोहब्बत और मजनू
हाय राम
इसे क्या कहते हें
कुछ लोग
इन्हें पागल तो कुछ लोग
इन्हें दीवाना कहते हें
लेला भी क्या थी
जिसने
मजनू को
कर दिया
अपने प्यार में अँधा
बस इसीलियें
शायद मजनू को
मोहब्बत का खुदा कहते हें ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

2 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत अच्छे ! सुन्दर अभिव्यक्ति तथा शानदार प्रस्तुति के लिए आभार।

    आपको सपरिवार ईद की मुबारकवाद एवं शुभकामनायेँ।

    पढ़िये मेरे ब्लोग "Sansar" पर गजल..........
    " जो भी पाया था कभी खुदा से मैँने "

    पढ़िये मेरे ब्लोग "Mind and body researches" पर ........ "वायरल, ड़ेगूँ तथा चिकुनगुनियाँ से बचने का तरीका तथा प्रभावी इलाज "

    जवाब देंहटाएं
  2. ... मुबारकां भाई मुबारकां !

    जवाब देंहटाएं

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

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