आपका-अख्तर खान

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19 नवंबर 2010

यूँ न मचलो अभी

यूँ
ना मचलो
अभी
रहने दो
मेरे पास
अभी दिल मेरा
तुम कमसिन हो
ना सम्भालोगी
अभी तुम दिल मेरा
रखा हे इसे
सिर्फ
तुम्हारे लियें
थोडा बढ़े हो जाओ
बस फिर तुम्हारा हे
यह दिल
इसे तुम ही लेलेना ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

1 टिप्पणी:

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