आपका-अख्तर खान

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20 नवंबर 2010

सिर्फ तेरा इन्तिज़ार

हमें पता हे
ना कोई
तेरा वादा हे
ना कोई
तेरा इकरार हे
फिर भी
हम कुछ
ऐसे हें
के हमें तेरा
इनिजार हे
लोग कहते हें
बस
यही तो
प्यार हे
और जब हुआ हे
प्यार
तो बस
तेरे मिलन की
आस में
अब हम तो
बेकार हें
एक ही दीवानापन
एक ही चाहत
बस तुझसे
मिलने को
दिल
बेकरार हे ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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