तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
24 नवंबर 2010
राहुल के बालपन से बिहार में नितीश की जयकार
दोस्तों अपरिपक्व राजनितिक निर्णय में न्रसिंग्घा राव के कार्यकाल में प्रधानमन्त्री मनमोहन और दुसरे दरबारियों के गलत निर्णय के कारण उत्तर प्रदेश में कोंग्रेस ने मुलायम से गठ्बन्धन तोड़ कर पूरी सीटों पर चुनाव लड़ा था पर नतीजन उत्तरप्रदेश में आज बहुजन समाज वादी पार्टी की मायावती का कब्जा हे कोंग्रेस का वहां सफाया हे फिर हाल ही में बिहार चुनाव में लालू और पासवान से कोंग्रेस ने अचानक राहुल को ग़लत राय देकर गुमराह किया और गठ बंधन तुडवा कर अकेले कोंग्रेस के चुनाव का निर्णय करवा दिया लेकिन बच्चा बच्चा ही होता हे इसी तर्ज़ पर राहुल ने खुद को एक परिपक्व नेता मानने की गलती की जिसकी बदोलत बिहार में कोंग्रेस ने आखिर मन मोजी की जिस कोंग्रेस के पाँव के नीचे बिहार में ज़मीं नहीं थी उसे बिहार में सरकार बनाने का सपना दिखाया गया और पूरी बिहार की विधान सभा सीटों और कोंग्रेस को अलग थलग कर चुनाव लडवा दिया गया सुनते हें के इस निर्णय करवाने वाले नेताओं ने बिहर के नितीश और सुशिल मोदी को फायदा पहुँचाने के लियें पहले कई मितित्न्गे भी साथ की हें अगर उनके मोबाइलों की कोल डिटेल देखें तो पोल खुद ही खुल जायेगी के कोंग्रेस को उंचा उठाने की सलाह देने वाले सलाहकार पर्दे के पीछे से नितीश को वापस क्रोस्वोटिंग करवा कर सत्ता में लाना चाहते थे इसके लियें इन सलाहकारों को अपरोक्ष लाभ मिला भी हे और आगे भी इन लोगों को लाभ मिलेगा आज बिहार की २४३ विधान सभा सीटों में से २०५ नितीश और भाजपा की हे बाक़ी गिनती की सीटें लालू पासवान की और केवल ५ सीटें कोंग्रेस की जो राष्ट्रीय पार्टी हे शर्म आना चाहिए कोंग्रेस के सलाहकारों को जो इस फजीहत के बारे में ना सोच सके कोंग्रेस जहां राहुल को हीरो के रूप में पेश करना चाहती थी वहीं बिहार पर राहुल गाँधी के बचकाने निर्णय के बाद आये चुनाव नतीजों ने राहुल को हीरो से जीरो कर दिया हे नतीजा कुछ भी रहा हो लेकिन बिहार के कुछ कोंग्रेसियों और कोंग्रेस के सलाहकारों ने तो नितीश से पर्दे के पीछे हाथ मिला कर कोंग्रेस को बिहार में खत्म कर दिया वहीं नितीश और भाजपा को अमर कर दिया अब भी राहुल को अपनों परायों की पहचान के बारे में समझना चाहिए नहीं तो भाई इस कोंग्रेस को हम और आप सफेदी पर दाग की तरह ढूंढते रह जायेंगे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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