तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
16 नवंबर 2010
बेस्ट ब्लोगर ललित जी ने कोटा को धन्य कर दिया
ब्लोगर की दुनिया के शहंशाहों की प्रमुख सूचियों में शामिल बेस्ट ब्लोगर ललित जी शर्मा ने आज कोटा प्रवास के दोरान कोटा को गद गद कर दिया । ललित जी शर्मा ने ब्लोगर की दुनिया के टिप्स कोटा में जो मिला उसे मुक्त कंठ से दिए , हमें और खासकर मुझे इस बाट का हमेशा मलाल रहेगा के ब्लोगर की दुनिया के इस शहंशाह की में कोटा में कोई खिदमत नहीं कर सका , लेकिन में तीसरा खम्बा के जनाब दिनेश राय जी दिविवेदी का शुक्र गुज़ार रहूंगा जिनकी बदोलत में आज ललित शर्मा से मिल सका मेरी ख्वाहिश थी के कोटा प्रेस क्लब में ललित जी का एक बढ़ा प्रोग्राम होता और वोह कोटा के पत्रकारों को ब्लॉग के टिप्स सिखाते लेकिन वक्त की तंगी के कारण ऐसा सम्भव नहीं हो सका फिर भी कोटा से प्रकाशित देनिक कोटा ब्यूरो के सम्पादक जनाब कय्यूम अली ने उनसे भेंट कर उन्हें काफी सराहा जबकि प्रेस क्लब के कोटा के महासचिव जनाब हरी मोहन शर्मा और कार्यकारिणी मेम्बर होने के नाते मेने खुद ने उनका स्वागत किया । कोटा भ्रमण के दोरान अंधेरों को चीरते हुए कार की हेड लाइटों की रौशनी में, में और दिनेश राय जी दिविवेदी ललित जी शर्मा को पहले मुक्तिधाम किशोरपुरा ले गये जहां की शान्ति का लुत्फ़ उन्होंने लिया फिर ललित जी कोटा की प्रसिद्ध अधरशिला जो कब्रिस्तान में हे उसे देखने गये यह एक अजीब संयोग ही था के ललित जी कोटा आये और एक सच जहां के रास्ते से सबको अंतिम सफर तय करना हे वहन की सच्चाई हमने ललित जी के नजरिये से देखी , ललित जी कोटा में एडवोकेट आबिद अब्बासी और नईमुद्दीन काजी सहित कई लोगों से मिले लेकिन उनके पास वक्त सिमित था और कोटा के लोगों की उनके लियें ख्वाहिशें बहुत ज्यादा थीं इसलियें बस यह कहें के कोटा में केवल बेस्ट ब्लोगर ललित जी की छवि दिखी थी तो गलत नहीं होगा इसलियें अब उनसे वायदा लिया हे के अब अगली बार कोटा को कुछ वक्त देकर धन्य करो तो भाई ललित जी तो चले गये लेकिन उनके खुशनुमा खुशगवार मुलाक़ात की यादें लम्हा लम्हा हमारे साथ हें । अकह्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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अख्तर साहब आपमें जो अपनापन मैने पाया उससे अभिभूत हूँ।
जवाब देंहटाएंशायद दुनिया के सारे मनुष्य ऐसे ही हो जाए जहाँ प्रेम ही प्रेम और स्नेह की वर्षा हो।
बहुत बहुत आभारी हूँ कोटा निवासियों का