तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
22 नवंबर 2010
कोटा के वकीलों की हड़ताल बनी मजबूरी
कोटा के वकीलों से सरकार द्वारा किये गये वायदे वक्त पर पूरा नहीं करने के कारण लगातार बातचीत के प्रयास असफल होने पर यहाँ के वकीलों के लियें अब हड़ताल करना मजबूरी बन गया हे ,वेसे कानून मंत्री शान्ति कुमार धारीवाल ने कोटा के वकीलों को एडवोकेट कोलोनी के लियें भूखंड देने और बाकी मांगों के मामले में मुख्य मंत्री महोदय से मिलवाने का आश्वासन दिया हे , लेकिन बार बार आश्वासन से कोटा के वकील खुद को ठगा महसूस करने लगे हें और आज कोटा के वकीलों की संघर्ष समिति की बैठक में एक राय होकर कोटा सम्भाग यानी कोटा, बूंदी झालावाड़ , बारां में वकील कल से हडताल पर जा रहे हें वकीलों का कहना हे की कल से तीन दिन की प्रतीकात्मक हड़ताल हे और आगर इसके बाद नतीजा नहीं निकला तो करो या मरो की तर्ज़ पर नहीं बलके मरो या मारो की तर्ज़ पर आन्दोलन होगा देखते हें के कोटा सम्भाग में हडताल का क्या रूप रहता हे क्योंकि इन दिनों कोटा में अब आगामी चालू वर्ष के लियें १५ दिसम्बर तक नई कार्यकारिणी के चुनाव होना हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
जनाब अख्तर साहेब,
जवाब देंहटाएंशुक्रिया बहुत बहुत। आपने तो हमे बिग बी बना दिया। पहली बार आपके ब्लॉग से मुखातिब हुआ, अच्छा लगा। कानून और वकीलों संबंधित खबरें मुहैया वैसे भी नहीं हो पाती, आप इस ओर बेहतर कदम रख रहे हैं। मेरी ओर से ढेर सारी मुबारकबाद और शुभकामनायें।