तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
09 अक्तूबर 2010
अयोध्या में फेसले की नाफरमानी
अयोध्या में रामजन्म भूमि पर अलाहाबाद हाईकोर्ट के फेसले का स्वागत करने वाले हिन्दू महासभा के लोग अब अपनी बात से पीछे हट गये हें उन्होंने निर्मोही अखाड़े की मुहीम समझोते की जो चल रही हे उसे नकार दिया हे और एलान कर दिया हे के हमें अयोध्या मामले में किसी भी सुरत पर म्झोता मंजूर नहीं हे और ज़मीं का बटवारा हम नहीं होने देंगे , ध्यान रहे जब यह फेसला आया था तो इसे बिना पढ़े सोचे समझे इनके वकील और नेताओं ने बहुत खुशियाँ मनाई थीं और बाबरी एक्शन कमेटी के जफर जिलानी के अपील में जाने की घोषणा पर आपत्ति की थी लेकिन आज यही लोग अपनी खुद की बात से मुकर कर इस फेसले और समझोते की प्रक्रिया पर ऊँगली उठा रहे हे ऐसे में अब क्या कहिये ऐसे लोंगो को जिनकी फितरत छुपी रहे नकली चेहरे सामने आयें अस्ल्ली सुरत छुपी रहे वाला गाना याद आता हे खेर यह देश बहुत मजबूत हे न तो बाबरी एक्शन कमेटी से और न ही किसी हिन्दू महा सभी से इसे और इस देश की सुख हन्ति को नुकसान पहुंचाया जा सकता हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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खेर यह देश बहुत मजबूत हे न तो बाबरी एक्शन कमेटी से और न ही किसी हिन्दू महा सभी से इसे और इस देश की सुख हन्ति को नुकसान पहुंचाया जा सकता हे ।
जवाब देंहटाएंबिलकुल सही बात है। लोगों ने शान्ति बनाये रखी इससे जाहिर है कि इन लोगों को जनता ने नकार दिया है उन्हें अपनी रोज़ी रोटी और प्रेम भाईचारे से मतलव है धर्म सब का निज़ी मामला है। इस से राजनिती खेल कर लोग अपना वोट बैंक ही बना रहे हैं । न गरीबी न भूखमरी न भ्रश्टाचार इन मुदों पर तो आँखें मीटे रखते है। सभी धार्मिक कट्टर पंथियों का यही हाल है। धन्यवाद।