तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
28 अक्तूबर 2010
देश का सोना बाज़ार से गायब
देश का सोना जमाखोरों की जमाखोरी और सट्टेबाजों की सट्टेबाजी के कारण बाज़ार से गायब हो गया हे हालत यह हें के शदी ब्याह के लियें अब सोना नहीं मिल रहा हे और अगर मिल रहा हे तो उसकी मनमानी कीमत वसूलने की कोशिशें हें , देश में कहने को तो गोल्ड कंट्रोल कानून बना हुआ हे जिसमे इस कानून के माध्यम से सोने की आवक और आपूर्ति को नियंत्रित करने , कीमतों का नियन्त्रण करने , स्टोक नियम सीमित करने का विशिष्ट प्रावधान हे लेकिन सरकार हे के मानती ही नहीं उसने जमाखोरों,मुनाफाखोरों,कालाबाजारियों के सामने अपने हथियार डाल दिए हें । हाल ही में देश में शादी ब्याह का माहोल शुरू होने वाला दूसरी तरफ देश में दीवाली की धनतेरस पर अनेक लोग सोना खरीदते हें ऐसी स्थिति में देश में सोने की खरीद और बढ़ जायेगी अगर वक्त रहते सरकार ने मुनाफाखोरों और जमाखोरों ,सट्टेबाजों की नकेल नहीं कसी तो वोह दीन दूर नहीं जब सोना एक आम आदमी के लियें सपना बन जाएगा । देखते हें सरकार जो खुद को विश्व की सबसे बड़ी अर्थशास्त्री मानती हे और उसके कारण हमारे देश के गरीब और आम आदमी का अर्थशास्त्र गडबडा गया हे वोह अब इस मामले में आगे क्या रुख अपनाती हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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सोना अब आम आदमी की पहुँच मे रहा ही कब है।
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