आपका-अख्तर खान

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02 अक्तूबर 2010

जन्नत आठ तरह की

दोस्तों जिस जन्नत के लियें लोग इस जीवन में कुर्बानियां देते हे वोह जन्नत एक नहीं बलके आठ तरह की हे जन्नत में आदमियों को सेविका के रूप में हूरें मिलेंगी जबकि ओरतों को गिल्मान मीलेंगे । पहली जन्नत जन्नतुल मावा, दूसरी जन्न्नत जन्नतुल नईम, तीसरी जन्नत जन्नतुल आदम,चोथी जन्नत जन्नतुल फिरदोस,पांचवीं जन्नत जन्नतुल दारुल इस्लाम , छटी जन्नत जन्नतुल दारुल खुल्द हे सातवीं जन्नत जन्नतुल दारुल करार, आठवीं जन्नत दारुल जमाल हे ,
तो दोस्तों हे ना मजेदार बात खुदा के घर में जन्नत भी किसिम किसिम की हे अब सोचो हम और आप कहां किस जन्नत में जायेंगे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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