दोस्तों मेरे इस देश में
एक सन्गठन ऐसा हे
जो सो कोल्ड
यानि खुद की निगाह में
राष्ट्र भक्त सन्गठन हे
बाक़ी दुसरे सभी लोग
उसकी निगाह में
गद्दार हें
लेकिन दोस्तों
आप जानते हें
जो मिलावट करते हें
जो देश में दंगा करते हें
जो गाँधी की हत्या करते हें
जो मुनाफाखोरी करते हें
जो सरकारी दफ्तरों में हराम खोरी करते हें
जो मुफ्त का चंदा लेकर
बिना कुछ कम करे जनता के चंदे से मजे करते हें
जो लोग इस देश के कानून अदालत के फेसले संविधान को
नहीं मानने की बात करते हें
जो लोग इस देश की आन बान शान
तिरंगे का रंग बदलने की बात करते हें
जो लोग राष्ट्रिय गान को कम दुसरे गान को
सम्मान देते हें
जो लोग कम तोलते हें
जो लोग अतिक्रमण करते हें
जो लोग न्युसेंसं करते हें
जो लोग कानून तोड़ कर हिंसा भड़काते हें
जो लोग देश में आतंकवादी गतिविधियों में
रंगे हाथों पकड़े जाने के बाद नही चिल्लाते हें
जो लोग हवाला करते हें
जो लोग जनता से चंदा करके
जनता को चंदे का हिसाब नहीं देते
क्या ऐसे लोग राष्ट्र भक्त हो सकते हें
अगर नहीं तो फिर
राष्ट्र भक्त सन्गठन ऐसे लोगों का खुल कर
विरोध क्यूँ नहीं करता
और अगर राष्ट्र भक्त ऐसे होते हें
ऐसे लोग खुद को राष्ट्रभक्त कहते हें
तो मुझे गर्व हे के में राष्ट्रभक्त नहीं हूँ
में तो बस एक आम हिदुस्तानी हूँ
जिसके जुगाड़ जिसकी निगरानी के कारण
ऐसे कथित राष्ट्रभक्तों से
मेरा देश टूटने लुटने से बचा हुआ हे
बोलो आप क्या कहते हो ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
27 अक्तूबर 2010
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तो मुझे गर्व हे के में राष्ट्रभक्त नहीं हूँ
जवाब देंहटाएंमें तो बस एक आम हिदुस्तानी हूँ........
और क्या कहे ...
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फिर से हरियाली की ओर........support Nuclear Power
अख्तर भाई! हर कोई अपनी पहचान खोज रहा है इस दुनिया में.
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