शेर चीतों की खाल बेचने वाले
संसार चंद की एक
याचिका पर सुनवाई के दोरान
सुप्रीम कोर्ट के जजों ने
संसार चंद से कहा के
अभी जानवरों की खाल बेच कर पैसा कमा रहे हो
जानवर खत्म हो गये तो क्या पेसे कमाने के लियें
इन्सान की खाल बेचोगे ।
सुप्रीम कोर्ट की यह टिप्पणी
यूँ तो सामान्य सी लगती हे लेकिन
व्यवस्था में मिलावट और अराजकता का जो माहोल हे
और चारों तरफ लुट भ्रस्ताचार का जो बोलबाला हे
उससे ऍम आदमी तो खिन्न हे ही
लेकिन सुप्रीम कोर्ट भी इस मामले में अब खिन्नता से
अछूती नहीं हे
सुप्रीम कोर्ट कहने के अलावा अगर इस मामले में कुछ करे भी तो फिर तो बस इस देश का भविष्य ही सुधर जाएगा सुप्रीमकोर्ट अगर जो आदेश दस सालों में सुप्रीम कोर्ट ने दिए हें अगर उन्हें निकल कर उनकी पालना सुनिश्चित करवाले तो देशखुद बा खुद सुधर जायेगा लेकिन अफ़सोस इस बात पर हे के सुप्रीम कोर्ट ने खुद के आदेशों की पालना के लियें कोई भोतिक सत्यापन की सेल गठित नहीं की हे और यही वजह हे के सुप्रीम कोर्ट अगर आदेश कर भी दे तो उसकी पालना नहीं होती हे फिर आदेशों का क्या फायदा। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)