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16 अक्तूबर 2010

मुझ पर पड़ी तो में सबसे बड़ा कायर निकला

मेरे भाइयों मेरे बुजुर्गों मेरे दोस्तों मेरी बहनों मेरे दुश्मनों एक बहुत बड़ा सच यह हे के मुझ पर पड़ी तो में विश्व का सबसे बड़ा कायर निकला , जी हाँ यह सच हे और इस सच को स्वीकारने में मुझे गर्व हो रहा हे हो सकता हे इस सच से कुछ लोग मेरी तरह कायर बनने से बच जाएँ , मेने महसूस किया के इंसान की सोच और हालात ही उसे हिम्मत दिलाते हें और उसे कायर बनाते हें , में खुद को हमेशां तीस मारखां समझता रहा हूँ , हर मुसीबत हर परेशानी को में विश्व की सबसे बड़ी ताकत से मुकाबला कर सकता हूँ में इस गलत फहमी में रहा हूँ किसी भी व्यक्ति को जब मेने परेशानी में उदास देखा हे या उसे बीमारी में परेशान देखा हे तो बड़ी बड़ी बातें करके मेने उन्हें हिम्मत दिलाये हे बड़े बड़े उपदेश दिए हें और उन्हें कमजोर डरपोक कायर के खिताबों से नवाज़ कर उनमें जान फूंकने की कोशिश की हे आप यकीन मानिये मेरी यह कोशिश कामयाब भी हुई हे और जिंदगी हरे हुए लोग आज जिंदगी को जीत कर बेठे हे , बिमारियों से तंग लोग आज स्वस्थ बेठे हें वोह इसके लियें डोक्टर और इश्वर के बाद इसका श्रय मुझे देने में भी नहीं चुकते हें ।
कुछ दिनों से मेरी दाड में तकलीफ थी मेने दांत के डॉक्टरों को दिखाया एक ने कहा दाड निकल दो एक ने कहा दाड की नसें खराब हे रूट केनाल ट्रीटमेंट कर देते हें सब ठीक हो जायेगा , मेने रूट केनाल ट्रीटमेंट करवाना मुनासिब समझा डोक्टर से टाइम लिया डोक्टर के पास गया डोक्टर ने कहा आप अकेले कोई साथ नहीं हे क्या मेने कहा किसी के साथ की क्या जरूरत हे मामूली सी तो बात हे डोक्टर ने कहा के ठीक हे में दाड सुन कर देता हूँ उसने इंजक्शन लगाये दाड सुन हुई सुइयें चुभाई गयी तकलीफ हुई लेकिन उस दिन इलाज नहीं हो सका डोक्टर ने दुबारा बुलाया और कहा के अभी सीधे घर जाना और दिन भर घर पर ही आराम करना मेने कहा नहीं में तो अदालत जा रहा हूँ क्या फर्क पढ़ता हे यह तो छोटी सी बात हे में इतना कमजोर नहीं मेरे लियें तो यह रूटीन की बात हे यह कहकर में सुन दाड से अदालत आ गया सुन दाड का असर घंटे दो घंटे में खत्म हुआ में नोर्मल हो गया , कुछ दिनों बाद दुबारा डोक्टर के पास गया डोक्टर ने सुन क्या लेकिन उसके इंजक्शन बेकार हुए उसें हेवी डोज़ लगे लेकिन फिर भी दाड सुन नहीं हुई डोक्टर ने कुछ दिनों बाद फिर बुलाया , मेरा और डोक्टर का आने जाने और ड्रेसिंग का सम्बन्ध हो गया में भी रूट केनाल ट्रीटमेंट केसे होता हे इस सिस्टम को थोडा समझ गया दुसरे जो लोग अपने घर परिवार के लोगों को साथ लाकर परेशान करते थे में उनका दिल ही दिल में मजाक उड़ाने लगा और खुद को खुदा का डर दिल में से निकल कर तीस मारखां समझने लगा बस इसीलियें मेरा खुदा मुझ से नाराज़ हो गया और एक किस्सा मुझे कायर बना गया ,
दोस्तों में वकालत का व्यवसाय करता हूँ और मेडिकल नेग्लीजेंसी के मामलों का गलती से लोग मुझे एक्सपर्ट समझने लगे हें इसलियें इन दिनों दो मेडिकल नेग्लीजेंसी के मुकदमें मेरे पास आये इत्ताज़ की बात थी की दोनों मामलों में अलग अलग मरीजों की दाड में दर्द हुआ और उनका यही मेरी बीमारी रूट केनाल ट्रीटमेंट का इलाज हुआ और केस बिगड़ जाने पर इन्फेक्शन से और न्यूरो प्रोब्लम हो जाने से इन दोनों लोगो की म़ोत हो गयी , बस मेने यह डोक्टर के पर्चे और पोस्ट मोरटम रिपोर्टें देखीं और मेरे खुद के भी यही इलाज चलने से पेरों तले ज़मीं निकल गयी मेरी सोच डगमगा गयी में कमजोर हो गया और मुझे भी म़ोत दिखने लगी में जीवन में पहली बार घबराया और ऐसा घबराया के बस कमोर होता चला गया चेहरे पर बहादुरी की हंसी और दिल म़ोत का खोफ मुझे कायर बनता रहा कल में डोक्टर के पास अपने सभी रिश्तेदार मित्रों से अनहोनी को लेकर मिलकर गया मेरा डिप्रेशन इतना था के डोक्टर जो मेरे चेहरे पर हमेशां हिम्मत की हंसी देखता था मुर्दनी देख घबरा गया उसने ब्लड प्रेशर चेक क्या तो उपर नीचे ब्लड प्रेशर देख उसने मुझे घर वापस पहुंचा दिया , म़ोत के डर से मुझे खुदा यद् आया और मेने रत भर अपनी जिंदगी की कायरों की तरह से खुदा से दुआ की आज फिर में डोक्टर के पास गया हिम्मत का दिखावा क्या सोचा जब ओखली में सर ही दिया हे तो मुसल से क्या डरना इसलियें डोक्टर से आज ही ट्रीटमेंट करवाने की जिद की डोक्टर ने सुन्न क्या इंजक्शन लगाये ट्रीटमेंट क्या मेरी धडकनें और सांसें नीचे उपर होती रहीं आँखों के नीचे अन्धेरा आता रहा , दिल डूबता रहा लेकिन एक अद्रश्य शक्ति थी जिसने मुझे ताकत दी और कुछ देर में ही सब कुछ नोर्मल था , बस मेने ठंडी सांस ली और खुदा का शुक्रिया अदा क्या , लेकिन आज मुझे पहली बार एहसास हुआ के तीसमारखां बनना अलग बात हे और जब खुद पर गुज़रे तो दूसरी बात हे , इतना ही नहीं मेरा सब कुछ नोर्मल था लेकिन जब मेरे पास दाड के दर्द और इसीस ट्रीटमेंट से मरने वाले दो मुकदमें आये तो में इसे दिल से लगा बता और कायर हो गया तो दोस्तों कभी अंदर से किसी की हालत देख कर अपने से उसे जोड़ कर कमजोर मत बनो वरना मेरी तरह कायराना हरकत के सिवा कुछ नहीं रहेगा आज में खुद अपने आप में खुद के सामने मजाक बन गया , मेने बहुत सोचा के मेरी इस कमजोरी को में किसी को न बताऊं लेकिन ना जाने क्यूँ इस कमजोरी को पहले मेने अपने परिवार से शेयर करना और फिर आप लोगो से शेयर करना मुनासिब समझा टेक आगे से मेरी जेसी बेवकूफी भरे कायरता के विचार आप में से किसी के मन में आये तो आप मेरी इस बेवकूफी भरे डर की घटना से सबक लें और हिम्मत जुटाएं और हर मुसीबत हर बीमारी को जीत लें । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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