तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
14 अक्तूबर 2010
खेल खत्म लेकिन पैसा नहीं होगा हजम
भारत की गोरवशाली मेजबानी में विश्व के सबसे बड़े खेल कोम्न्वेल्थ गेम भारत में सुरक्षित तरीके और मन सम्मान के साथ सम्पन्न हो गये कल इन गेमों का शांतिपूर्ण समापं भी हो गया अब उन्नीसवां कोमन वेल्थ गेम २०१४ में होगा , भारत ने इस गेम में अन्तराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति और कुख्याति दोनों ही पायी हे यहाँ भारत के कई खिलाड़ी डम्पिंग टेस्ट में फेल हुए फिर भी भारत ने १०१ पदक जीत कर रिकोर्ड कायम किया हे , जो देश वासियों को प्रफुल्लित कर देने के लियें काफी हे , कल जब रंगारंग खेलों का समापन हो रहा था तो देश दिल्ली से खड़ा होकर सोच रहा था के इस खेल में देश ने क्या खोया और क्या पाया कहीं ऐसा नहीं तो नहीं के खेल खत्म और पैसा हजम हो गया हो लेकिन अंतरात्मा की जो आवाज़ हे वोह कहती हे के कोमन वेल्थ गेम में जो तबाही,जो भ्रस्टाचार और जो अव्यवस्थाएं हुई हें वोह अब एक एक कर परतें खुलेंगी क्योंकि अभी पहली प्राथमिकता विदेशियों के सामने देश के मां सम्मान को बरकरार रखना मेजबानी बेहतर से बेहतर हो इसका ध्यान रखना था लेकिन अब भ्रस्टाचार विभाग इस मामले में कमसे कम अधिकारीयों को चेन से नहीं बेठने देगा। क्योंकि सबने देखा हे गेम की आलोचना करने वाले सभी मिडिया कर्मी एक दम इग्याप्न के टुकड़े डलने के बाद केसे खामोश हो गये थे और तारीफों के पुल बंधने लग गये थे इसलियें फिलहाल मिडिया तो फिल गुड पर हे लेकिन बाक़ी लोगों का तो क्या कहना अव्यवस्थाएं और भ्रस्टाचार तो सर चढ़ कर बोलेगा ही । इसलियें ख सकते हें के खेल तो खत्म हो गया हे लेकिन जिन लोगों ने भी अवेध पैसा इन खेलों में कमाया हे उनका पैसा हजम नहीं होगा । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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सही बात है। आहार।
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