तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
23 अक्तूबर 2010
इराक में अमेरिका का राक्षसी चेहरा
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शांति और अमन की बात करने वाले काले चेहरे अमेरिका की पोल एक सर्वेक्षण में उसके सेनिक दस्तावेजों के उजागर होने से हुई हे इन दस्तावेजों में इराक में युद्ध के दोरान और बाद में मरे गये १लाख दस हजार लोगों में से ६६००० हजार लोग आम नागरिक और निर्दोष थे जिन्हें अमेरिका सरकार के सेनिकों ने यातनाएं दे दे कर मार डाला हे , अमेरिका का इतना बढा राक्षसी पहलु उजागर होने के बाद भी कोई उससे नफरत नहीं करे उस पर पत्थर और जुटा नहीं फेके यह सम्भव नहीं हे , अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर युद्ध निति टी करने वाली संयुक्त राष्ट्र एजेंसी की भी इस मामले इमं पोल खुल गयी हे क्योंकि उसने आज तक अमेरिका की इस राक्षसी परवर्ती के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया हे बाकी देशों की तो खेर अमेरिका से पंगा लेने की हिम्मत ही कहां हे , यह तो एक इराक की कहानी हे अफगानिस्तान का तो इससे भी बढ़ा काला सच सामने आएगा अमेरिका भारत पकिस्तान और विश्व की सुख शांति के लियें खतरा बना हुआ हे इसलियें समूचे विश्व के देशों को मिलकर एक बार अमेरिका को द्वितीय विश्व युद्ध की तरह हिरोशिमा नागासाकी की तर्ज़ पर तबाही फेलाना होगी तब कहीं जाकर विश्व की शांति स्थिर रह सकेगी वरना अमेरिका विश्व के सभी छोटे बढ़े देशों को गुलाब बनाकर अपने तरीके से उनसे साँस लेने और जीने के लियें कहता रहेगा। सभी देशों को संयुक्त राष्ट्र संघ और रेड्क्रोस को भी भंग कर देणा चाहिए जब कमजोर संयुक्त राष्ट्र संघ हो या किसी ऐसे देश का गुलाम हो जो विश्व में तबाही और आतंकवाद फेलाने निकला हो तो फिर ऐसे तटस्थ संघ की ओपचारिकता की क्या जरूरत हे विश्व का हर देश अपने तरीके से निपट लेगा। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
America hee sabse bada atank wadee hai.
जवाब देंहटाएं